July 10, 2017

फूलों के डेरे हैं, साये घनेरे हैं ( जमीर-1975) Phoolon ke dere hain, saaye ghanere hain (Zameer- 1975)

फूलों के डेरे हैं, साये घनेरे हैं
झूम रही हैं हवायेँ
ऐसे नज़ारों में, खिलती बहारों में
प्यार मिले तो रुक जायेँ |

कहीं भी आसमान के नीचे
गाती निगाहों का
लहराती बाहों का
हार मिले तो रुक जायें  |

चले हैं दूर हम दीवाने
कोई रसीला सा
बांका सजीला सा
यार मिले तो रुक जाएं |

[Music : Sapan Chakravarty ;   Singer : Kishore Kumar Producer : B.R.Chopra;  Director: Ravi Chopra; Artist : Amitabh Bachchan]

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