जाने वो कैसे लोग थे जिनके प्यार को प्यार मिला
हमने तो जब कलियाँ मांगी काँटों का हार मिला ।
खुशियों की मंजिल ढूँढी तो गम की गर्द मिली
चाहत के नगमे चाहे तो आंहें सर्द मिली
दिल के बोझ को दूना कर गया जो गमख्वार मिला
हमने तो जब कलियाँ मांगी काँटों का हार मिला ।
बिछड़ गया हर साथी दे कर पल दो पल का साथ
किसको फुर्सत है जो थामे दीवानों का हाथ
हमको अपना साया तक अक्सर बेजार मिला
हमने तो जब कलियाँ मांगी काँटों का हार मिला ।
इसको ही जीना कहते है तो यूँ ही जी लेंगे
उफ़ न करेंगे, लब सी लेंगे, आँसू पी लेंगे
गम से अब घबराना कैसा, गम सौ बार मिला
हमने तो जब कलियाँ मांगी काँटों का हार मिला ।
[Composer : S.D.Burman; Singer : Hement Kumar; Producer/Director : Guru Dutt; Actor : Guru Dutt, Rahman, Mala Sinha]
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