जब दुनिया बदली है, फिर क्यों का बदले हम
खिलते हुए मौसम में, क्यों बीती ऋत का गम |
इन नाज़ुक घडियो की, उम्रे होती है कम
खिलते हुए मौसम में, क्यों बीती ऋत का गम |
ये दूरी कैसी है, मैं फूल हूँ तू शबनम
खिलते हुए मौसम में, क्यों बीती ऋत का गम |
खिलते हुए मौसम में, क्यों बीती ऋत का गम |
जो बीती बीत गयी, अब उसको याद न कर
रंगीन बहारो को, यूँ ही बर्बाद न कर इन नाज़ुक घडियो की, उम्रे होती है कम
खिलते हुए मौसम में, क्यों बीती ऋत का गम |
चाहत के गुलशन से, खुशियों की कलियाँ चुन
कुछ अपने दिल की कह, कुछ मेरे दिल की सुन ये दूरी कैसी है, मैं फूल हूँ तू शबनम
खिलते हुए मौसम में, क्यों बीती ऋत का गम |
[Music : S.D.Burman; Singer : Asha Bhonsle; Producer : F.Tech of India; Director : Fali Mistry]
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