जीने वालो को जीते जी मरने का गम क्यों हो, गम क्यों हो
शोख लबो पर आहें क्यों को, आँखों में नम क्यों हो, गम क्यों हो
आज अगर गुलशन में कली खिलती है तो कल मुरझाती है
फिर भी खिल कर हंसती है और हंस कर चमन महकाती है
महकाती है, गम क्यों हो ।
कल का दिन किसने देखा है, आज का दिन हम खोये क्यों
जिन घड़ियों में हंस सकते है, उन घड़ियों में रोये क्यों
रोये क्यों, गम क्यों हो ।
गाये जा मस्ती के तराने, ठंडी आंहे भरना क्या
मौत आये तो मर भी लेंगे मौत से पहले मरना क्या,
मरना क्या, गम क्यों हो ।
शोख लबो पर आहें क्यों को, आँखों में नम क्यों हो, गम क्यों हो
आज अगर गुलशन में कली खिलती है तो कल मुरझाती है
फिर भी खिल कर हंसती है और हंस कर चमन महकाती है
महकाती है, गम क्यों हो ।
कल का दिन किसने देखा है, आज का दिन हम खोये क्यों
जिन घड़ियों में हंस सकते है, उन घड़ियों में रोये क्यों
रोये क्यों, गम क्यों हो ।
गाये जा मस्ती के तराने, ठंडी आंहे भरना क्या
मौत आये तो मर भी लेंगे मौत से पहले मरना क्या,
मरना क्या, गम क्यों हो ।
[Music: S.D.Burman; Singer : Asha Bhonsle; Producer : G.P.Production; Director : Amiya Chakravarty]
No comments:
Post a Comment