हो किस जगह जाएँ
किसको दिखलाएँ
ज़ख़्म-ए-दिल अपना
सारे जग में अपना कोई नहीं
सुख क्या दुख का सपना कोई नहीं
हो किस जगह जाएँ ...
दिल के अरमाँ पूरे हो न सके
हँसना कैसा खुल कर रो न सके
हो किस जगह जाएँ
सारे जग में अपना कोई नहीं
सुख क्या दुख का सपना कोई नहीं
हो किस जगह जाएँ ...
दिल के अरमाँ पूरे हो न सके
हँसना कैसा खुल कर रो न सके
हो किस जगह जाएँ
[Composer : N.Dutta, Singer
: Asha Bhonsle, Director : G.P.Sippy]
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