हर तरह के जज़्बात का ऐलान हैं आँखें
शबनम कभी शोला कभी तूफ़ान हैं आँखें |
आँखों से बड़ी कोई तराज़ू नहीं होती
तुलता है बशर जिसमें वो मीजान हैं आँखें |
शबनम कभी शोला कभी तूफ़ान हैं आँखें |
आँखों से बड़ी कोई तराज़ू नहीं होती
तुलता है बशर जिसमें वो मीजान हैं आँखें |
आँखें ही मिलाती हैं ज़माने में दिलों को
अनजान हैं हम-तुम अगर अनजान हैं आँखें |
अनजान हैं हम-तुम अगर अनजान हैं आँखें |
लब कुछ भी कहें उससे हक़ीक़त नहीं खुलती
इनसान के सच झूठ की पहचान हैं आँखें |
इनसान के सच झूठ की पहचान हैं आँखें |
आँखें न झुकें
तेरी किसी ग़ैर के आगे
दुनिया में बड़ी चीज़ मेरी जान हैं आँखें |
दुनिया में बड़ी चीज़ मेरी जान हैं आँखें |
उस मुल्क़ की सरहद
को कोई छू नहीं सकता
जिस मुल्क़ की सरहद की निगेहबान हैं आँखें |
जिस मुल्क़ की सरहद की निगेहबान हैं आँखें |
[Music : Ravi, Singer : Md. Rafi, Producer/ Director : Ramanand Sagar]
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