ये वादियाँ ये
फ़िज़ाएं बुला रही हैं तुम्हें
खामोशियों की सदाएं बुला रही हैं तुम्हें |
तरस रहें हैं जवां फूल होंठ छूने को
मचल-मचल के हवाएं बुला रहीं तुम्हें ।
तुम्हारी ज़ुल्फों से खुशबू की भीख लेने को
झुकी झुकी सी घटाएं बुला रही हैं तुम्हें |
हसीन चम्पई पैरों को जब से देखा है
नदी की मस्त अदाएं बुला रही हैं तुम्हें |
मेरा कहा ना सुनो इनकी बात तो सुन लो
हर एक दिल की दुआएँ बुला रही हैं तुम्हें |
[Composer : Ravi; Singer : Md.Rafi, Production House : Panchdeep Chitra; Director : Vasant Joglekar; Actor : Sunil Dutt, Nanda]
खामोशियों की सदाएं बुला रही हैं तुम्हें |
तरस रहें हैं जवां फूल होंठ छूने को
मचल-मचल के हवाएं बुला रहीं तुम्हें ।
तुम्हारी ज़ुल्फों से खुशबू की भीख लेने को
झुकी झुकी सी घटाएं बुला रही हैं तुम्हें |
हसीन चम्पई पैरों को जब से देखा है
नदी की मस्त अदाएं बुला रही हैं तुम्हें |
मेरा कहा ना सुनो इनकी बात तो सुन लो
हर एक दिल की दुआएँ बुला रही हैं तुम्हें |
[Composer : Ravi; Singer : Md.Rafi, Production House : Panchdeep Chitra; Director : Vasant Joglekar; Actor : Sunil Dutt, Nanda]
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