लोग कहते
हैं कि हम तुम से किनारा कर लें
तुम जो कह दो तो सितम ये भी गवारा कर लें |
तुमने जिस हाल-ए-परेशाँ से निकाला था हमें
आसरा दे के मोहब्बत का सम्भाला था हमें
सोचते हैं के वही हाल दोबारा कर लें |
और फिर अपने तड़पने का नज़ारा कर लें |
[Composer: Roshan, Singer : Md. Rafi, Producer : Jan Nisar Akhtar, Director : M.Sadiq ]
तुम जो कह दो तो सितम ये भी गवारा कर लें |
तुमने जिस हाल-ए-परेशाँ से निकाला था हमें
आसरा दे के मोहब्बत का सम्भाला था हमें
सोचते हैं के वही हाल दोबारा कर लें |
यूँ भी अब तुमसे मुलाक़ात नहीं होने की
मिल भी जाओ तो कोई बात नहीं होने की
आख़िरी बार बस अब ज़िक्र तुम्हारा कर लें |
आख़िरी बार ख़्यालों में बुला लें तुमको
आख़िरी बार कलेजे से लगा लें तुमकोमिल भी जाओ तो कोई बात नहीं होने की
आख़िरी बार बस अब ज़िक्र तुम्हारा कर लें |
आख़िरी बार ख़्यालों में बुला लें तुमको
और फिर अपने तड़पने का नज़ारा कर लें |
[Composer: Roshan, Singer : Md. Rafi, Producer : Jan Nisar Akhtar, Director : M.Sadiq ]
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