आना है तो आ, राह में कुछ फेर नहीं है
भगवान के घर देर है, अन्धेर नहीं है
जब तुझसे न सुलझे तेरे उलझे हुये धंधे
भगवान के इंसाफ पे सब छोड़ दे बंदे
खुद ही तेरी मुश्किल को वो आसान करेगा
जो तू नहीं कर पाया तो भगवान करेगा
कहने की ज़रूरत नहीं आना ही बहुत है
इस दर पे तेरा शीश झुकाना ही बहुत है
जो कुछ है तेरे दिल में वो सब उसको खबर है
बन्दे तेरे हर हाल पे मालिक की नज़र है
मिलता है जहाँ न्याय वो दरबार यही है
संसार की सबसे बड़ी सरकार यही है
भगवान के घर देर है, अन्धेर नहीं है
जब तुझसे न सुलझे तेरे उलझे हुये धंधे
भगवान के इंसाफ पे सब छोड़ दे बंदे
खुद ही तेरी मुश्किल को वो आसान करेगा
जो तू नहीं कर पाया तो भगवान करेगा
कहने की ज़रूरत नहीं आना ही बहुत है
इस दर पे तेरा शीश झुकाना ही बहुत है
जो कुछ है तेरे दिल में वो सब उसको खबर है
बन्दे तेरे हर हाल पे मालिक की नज़र है
बिन मांगे भी मिलती हैं
यहाँ मन की मुरादें
दिल साफ हो जिनका वो यहाँ
आ के सदा दें मिलता है जहाँ न्याय वो दरबार यही है
संसार की सबसे बड़ी सरकार यही है
[Composer : O P Nayyar,
Singer : Md. Rafi, Producer & Director : B.R.Chopra, Actor : Dilip Kumar,
Vaijyanthi Mala, Ajit]
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