ये
आँखें
देख
कर हम सारी दुनिया भूल जाते हैं
इन्हें पाने की धुन में हर तमन्ना भूल जाते हैं |
तुम अपनी महकी-महकी ज़ुल्फ़ के पेचों को कम कर दो
मुसाफ़िर इनमें गिरकर अपना रस्ता भूल जाते हैं |
ये बाहें जब हमें अपनी पनाहो में बुलाती हैं
हमे अपनी क़सम हम हर सहारा भूल जाते हैं |
तुम्हारे नर्म-ओ-नाज़ुक होंठ जिस दम मुस्कराते हैं
बहारें झेंपती हैं फूल खिलना भूल जाते हैं |
बहुत कुछ तुम से कहने की तमन्ना दिल में रखते हैं
मगर जब सामने आते हैं कहना भूल जाते हैं |
मुहब्बत में ज़ुबां चुप हो तो आँखें बात करतीं हैं
वो कह देती हैं सब बातें जो कहना भूल जाते हैं |
[Composer : Hridaynath Mangeshkar, Singer : Lata Mangeshkar,Suresh Wadekar, Producer: Sohanlal Kanwar, Director : Surender Mohan, Actor : Rakesh Roshan, Reena Roy]
इन्हें पाने की धुन में हर तमन्ना भूल जाते हैं |
तुम अपनी महकी-महकी ज़ुल्फ़ के पेचों को कम कर दो
मुसाफ़िर इनमें गिरकर अपना रस्ता भूल जाते हैं |
ये बाहें जब हमें अपनी पनाहो में बुलाती हैं
हमे अपनी क़सम हम हर सहारा भूल जाते हैं |
तुम्हारे नर्म-ओ-नाज़ुक होंठ जिस दम मुस्कराते हैं
बहारें झेंपती हैं फूल खिलना भूल जाते हैं |
बहुत कुछ तुम से कहने की तमन्ना दिल में रखते हैं
मगर जब सामने आते हैं कहना भूल जाते हैं |
मुहब्बत में ज़ुबां चुप हो तो आँखें बात करतीं हैं
वो कह देती हैं सब बातें जो कहना भूल जाते हैं |
[Composer : Hridaynath Mangeshkar, Singer : Lata Mangeshkar,Suresh Wadekar, Producer: Sohanlal Kanwar, Director : Surender Mohan, Actor : Rakesh Roshan, Reena Roy]
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