मैने पी शराब तुमने क्या पिया
आदमी का ख़ून
मैं ज़लील हूँ, तुमको क्या कहूँ
मैने पी शराब ...
तुम पिओ तो ठीक, हम पियें तो पाप
तुम जियो तो पुण्य, हम जियें तो पाप
तुम शरीफ लोग, तुम अमीर लोग
हम तबाह-हाल, हम फ़क़ीर लोग
ज़िन्दगी भी रोग, मौत भी अज़ाब
मैने पी शराब ...
तुम कहो तो सच, हम कहें तो झूठ
तुमको सब मुआफ़, ज़ुल्म हो के लूट
तुमने कितने दिल चाक़ कर दिए
कितने बसते घर खाक कर दिए
मैने तो किया खुद को ही ख़राब
मैने पी शराब ...
रीत और रिवाज़ सब तुम्हारे साथ
धर्म और समाज सब तुम्हारे साथ
अपने साथ क्या, धूल और धुआं
आज चाहे तुम नोच लो जुबां
आने वाला दौर लेगा सब हिसाब
मैने पी शराब ...
आदमी का ख़ून
मैं ज़लील हूँ, तुमको क्या कहूँ
मैने पी शराब ...
तुम पिओ तो ठीक, हम पियें तो पाप
तुम जियो तो पुण्य, हम जियें तो पाप
तुम शरीफ लोग, तुम अमीर लोग
हम तबाह-हाल, हम फ़क़ीर लोग
ज़िन्दगी भी रोग, मौत भी अज़ाब
मैने पी शराब ...
तुम कहो तो सच, हम कहें तो झूठ
तुमको सब मुआफ़, ज़ुल्म हो के लूट
तुमने कितने दिल चाक़ कर दिए
कितने बसते घर खाक कर दिए
मैने तो किया खुद को ही ख़राब
मैने पी शराब ...
रीत और रिवाज़ सब तुम्हारे साथ
धर्म और समाज सब तुम्हारे साथ
अपने साथ क्या, धूल और धुआं
आज चाहे तुम नोच लो जुबां
आने वाला दौर लेगा सब हिसाब
मैने पी शराब ...
[Singer
: Md. Rafi, Composer : N.Dutta, Producer : I.A.Nadiadwala, Director : Khalid Akhtar,
Actor : Balraj Sahni]
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