तुमसे कहना है कि दुश्वार
है तुम बिन जीना
तुमसे कहना है मगर तुम
कभी आओ तो कहूं
तुमको बीते हुये दिन याद
नहीं हैं तो न हो
मैंने अब भी उन्हें सीने
से लगा रखा है
इस यकीं पर कि किसी रोज़
तुम आओगे जरूर
घर की दहलीज़ को फूलों से सज़ा रखा है
टूट जाए न कहीं
नाजे-मुहब्बत मेरा
रस्मे-दुनिया ही निभाने
के लिए आ जाओ
आजमाना इसे समझूं कि
सताना समझूं
मुझको बस इतना बताने के
लिए आ जाओ
[Composer : N.Dutta, Singer : Sulakshana Pandit, Producer/ Director : Raj Tilak, Actor : Sulakshana Pandit, Sanjeev Kumar]
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