इक ख्वाबे
तमन्ना भूले थे, एक ख्वाबे तमन्ना फिर देखा
हालात की खूबी क्या कहिए, दिल फूँक तमाशा फिर देखा |
हालात की खूबी क्या कहिए, दिल फूँक तमाशा फिर देखा |
उल्फ़त
के महकते गुलशन में, जो फूल खिले औरों ने चुने
अपनी
तक़दीर में सहरा था, तक़दीर में सहरा फिर देखा |
पहले
भी कहाँ दिलशाद थे हम, एक सहमी हुयी फरियाद थे हम
अरमानों
की नीयत फिर देखी, ख्वाबों का जनाज़ा फिर |
हाँ उनकी
खुशी में हम खुश हैं, इस रूह के सारे गम खुश हैं
खुद सेज
सजा कर औरों की, आज अपने को तन्हा फिर देखा |
[Composer : C.Arjun,
Singer :Asha Bhonsle, Producer : Satram
Rohra, Director : Rajinder Singh Bedi, Actor : Parikshit Sahni, Rehana Sultan]
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