December 28, 2013

ज़िंदगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात की रात (बरसात की रात-1960) Zindagi bhar nahi bhoolegi vo barsaat ki raat (Barsaat ki Raat -1960)

ज़िंदगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात की रात
एक अंजान हसीना से मुलाकात की रात
ज़िंदगी भर नहीं भूलेगी ...

हाय वो रेशमी ज़ुल्फ़ों से बरसता पानी
फूल से गालों पे रुकने को तरसता पानी
दिल में तूफ़ान उठाते हुए हालात की रात
ज़िंदगी भर नहीं भूलेगी ...

डर के बिजली से अचानक वो लिपटना उसका
और फिर शर्म से बल खाके सिमटना उसका
कभी देखी न सुनी ऐसी तिलिस्मात की रात
ज़िंदगी भर नहीं भूलेगी ...

सुर्ख आंचल को दबाकर जो निचोड़ा उसने
दिल पे जलता हुआ इक तीर सा छोड़ा उसने
आग पानी में लगाते हुए हालात की रात
ज़िंदगी भर नहीं भूलेगी ...

मेरे नग़्मों में जो बसती है वो तस्वीर थी वो
नौजवानी के हसीं ख़्वाब की ताबीर थी वो
आसमानों से उतर आई थी जो रात की रात
ज़िंदगी भर नहीं भूलेगी ..


[Composer : Roshan,  Singer : Md. Rafi,  Production House : Shri Vishwabharthi Films,   Director : P.L.Santoshi,  Actor : Bharat Bhushan, Madhu Bala]

 

No comments:

Post a Comment