February 27, 2013

हम जब चलें तो ये जहानँ झूमे (हम हिंदुस्तानी - 1960) Hum jab chale to ye jahan jhumey (Hum Hindustani-1960)

हम जब चलें तो ये जहानँ झूमे
आरज़ू हमारी आसमाँ को चूमे |

हम नए जहान के पासबाँ
हम नई बहार के राज़दाँ
हम हँसें तो हँस पड़े हर कली
हम चलें तो चल पड़े ज़िन्दगी
सारे नज़ारों में फूलों में तारों में
हमने ही जादू भरा
हम जब चलें ...

तुम से है फ़िज़ाओं में रंग--बू
हम है इस ज़मीं की आबरू
नदियों की रागिनी हमसे है
हर तरफ़ ये ताज़ग़ी तुम से है
सारे नज़ारों में ...

दूर हो गईं सभी मुश्किलें
खिंच के पास गईं मंज़िलें
देख के शबाब के हौसले
खुद--खुद सिमट गए फ़ासले
सारे नज़ारों में ...



[Note : This is the only song written by Sahir in this movie]

[Singer : Md. Rafi, Composer : Usha Khanna, Director : Ram Mukherjee, Actor : Sunil Dutt]

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