ये
हवा, ये हवा,
ये हवा
ये फिजा,
ये फिजा, ये फिजा
है उदास जैसे मेरा दिल, मेरा दिल, मेरा
दिल
आ भी जा ! आ भी जा
! आ भी जा !
आ! कि अब तो चांदनी
भी जर्द हो चली, हो चली, हो चली
धडकनों की नर्म आंच सर्द हो चली, हो चली, हो चली
ढल चली है रात आ के मिल! आ के मिल! आ के मिल!
आ भी जा ! आ भी जा
! आ भी जा !
राह में बिछी हुई है मेरी हर नज़र, हर नज़र, हर
नज़र
मैं तड़प रहा हूं और तू है बेखबर, बेखबर, बेखबर
रुक रही है सांस आ के मिल! आ के मिल! आ के मिल!
आ भी जा ! आ भी जा
! आ भी जा !
No comments:
Post a Comment