आप की महकी हुई ज़ुल्फ़ को कहते हैं घटा
आप की मदभरी आँखों को कंवल कहते हैं |
[Composer : Khayyam, Singer : Lata Mangeshkar, Yashudas, Producer : Gulshan Rai, Director : Yash Chopra, Actor : Sanjeev Kumar, Wahida Rehman]
आप की मदभरी आँखों को कंवल कहते हैं |
मैं तो कुछ भी नहीं तुम को हसीं लगती हूँ
इसको चाहत भरी नज़रों का अमल कहते हैं |
एक हम ही नहीं सब देखने वाले तुम को
संग-ए-मरमर पे लिखी शोख़ ग़ज़ल कहते हैं |
इसको चाहत भरी नज़रों का अमल कहते हैं |
एक हम ही नहीं सब देखने वाले तुम को
संग-ए-मरमर पे लिखी शोख़ ग़ज़ल कहते हैं |
ऐसी बातें न करो जिनका यक़ीं मुश्किल हो
ऐसी तारीफ़ को नीयत का खलल कहते हैं |
मेरी तक़दीर कि तुम ने मुझे अपना समझा
इसको सदियों की तमन्नाओं का फल कहते हैं |
ऐसी तारीफ़ को नीयत का खलल कहते हैं |
मेरी तक़दीर कि तुम ने मुझे अपना समझा
इसको सदियों की तमन्नाओं का फल कहते हैं |
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