जियो तो ऐसे जियो जैसे सब तुम्हारा है
मरो तो ऐसे कि जैसे तुम्हारा कुछ नहीं |
ये एक राज़ के दुनिया न जिसको जान सकी
यही वो राज़ है जो ज़िंदगी का हासिल है,तुम्हीं कहो तुम्हे ये बात कैसे समझाऊँ
कि ज़िंदगी की घुटन ज़िंदगी की कातिल है,
हर इक निगाह को कुदरत का ये इशारा है
जियो तो ऐसे जियो जैसे सब तुम्हारा है ।
जहां में आ के जहां से खिचें-खिचें न रहो
वो ज़िंदगी ही नही जिसमें आस बुझ जाए,
कोई भी प्यास दबाये से दब नहीं सकती
इसी से चैन मिलेगा कि प्यास बुझ जाए,
ये कह के मुड़ता हुआ ज़िंदगी का धारा है
जियो तो ऐसे जियो जैसे सब तुम्हारा है ।
ये आसमां, ये जमीं, ये फिजा, ये नज़्ज़ारे
तरस रहे हैं तुम्हारी मेरी नज़र के लिए
नज़र चुरा के हर एक शै को यूं न ठुकराओ
कोई शरीक-ए-सफ़र ढूँढ़ लो सफ़र के लिए
बहुत करीब से मैंने तुम्हें पुकारा है
जियो तो ऐसे जियो जैसे सब तुम्हारा है ।
[Composer : Ravi, Singer : Md. Rafi, Director ; T.Prakash Rao, Actor : Joy Mukherjee, Mala Sinha]
Nice post.
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