बदल रही है ज़िंदगी, बदल रही है ज़िंदगी
ये उजड़ी-उजड़ी बस्तियां, ये लूट की निशानियां
ये अजनबी, ये अजनबी के ज़ुल्म की कहानियां
अब इन दुखों के भार से निकल रही है ज़िंदगी
बदल रही है ज़िंदगी
ज़मीं पे सरसराहटें, फ़लक पे फ़रफ़राहटें
फिजां में गूंजती हैं एक नए जहां की आहटें
मचल रही है ज़िंदगी, संवर रही है ज़िंदगी
बदल रही है ज़िंदगी
ये उजड़ी-उजड़ी बस्तियां, ये लूट की निशानियां
ये अजनबी, ये अजनबी के ज़ुल्म की कहानियां
अब इन दुखों के भार से निकल रही है ज़िंदगी
बदल रही है ज़िंदगी
ज़मीं पे सरसराहटें, फ़लक पे फ़रफ़राहटें
फिजां में गूंजती हैं एक नए जहां की आहटें
मचल रही है ज़िंदगी, संवर रही है ज़िंदगी
बदल रही है ज़िंदगी
[Composer : G. D. Kapoor, Singer : B.S.Nanji, Director : Lalit Chandra
Mehta, Producer : Hindustan Kala Mandir]