December 28, 2013

मैं पल दो पल का शायर हूँ (कभी-कभी - 1976) Main Pal Do Pal Ka Shayar Hoon (Kabhi Kabhi - 1976)

कल नई कोंपलें फूटेंगी, कल नए फूल मुस्काएंगे
और नई घास के नए फर्श पर नए पांव  इठलाएंगे
वो मेरे बीच नहीं आए, मैं उनके बीच में क्यों आऊं
उनकी सुबह और शामों का मैं एक भी लम्हा क्यों पाऊँ

मै पल दो पल का शायर हूँपल दो पल मेरी कहानी है 
पल दो पल मेरी हस्ती है पल दो पल मेरी जवानी है

मुझसे पहले कितने शायर आये और आकर चले गये
कुछ आहें भरकर लौट गयेकुछ नगमें गाकर चले गये
वो भी इक पल का किस्सा थेमै भी इक पल का किस्सा हूँ
कल तुमसे जुदा हो जाऊंगागो आज तुम्हारा हिस्सा हूँ

कल और आयेंगे नगमों की खिलती कलियाँ चुनने वाले
मुझसे बेहतर कहने वाले, तुमसे बेहतर सुनने वाले
कल कोई मुझको याद करेक्यों कोई मुझको याद करे
मशरूफ जमाना मेरे लिए क्यों वक़्त अपना बर्बाद करे |  


[Composer : Khayyam;  Singer: Mukesh;   Producer/Director : Yash Chopra;   Actor: Amitabh Bachchan, Rakhi]



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