August 31, 2012

धड़कने लगे दिल के तारों की दुनिया (धूल का फूल-1959) Dhadakne lage dil ke taron ki duniya (Dhool ka Phool-1959)

धड़कने लगे दिल के तारों की दुनिया
जो तुम मुस्कुरा दो
संवर जाए हम बेकरारों की दुनिया
जो तुम मुस्कुरा दो |

जो तुम मुस्कुरा दो, बहारें हंसे 
सितारों की उजली कतारें हंसे
जो तुम मुस्कुरा दो, नज़ारे हंसे
जवां धड़कनों के इशारे हंसे  |

हवा में ये ख़ुशबू की अंगड़ाइयाँ
ये आँखों पे ज़ुल्फ़ों की परछाइयाँ
ये मस्ती के धारे उबलते हुए
ये सीनों में तूफ़ां मचलते हुए  ।

ये बोझल घटाएं बरसती हुई
ये बेचैन रूहें तरसती हुई
ये साँसों से शोले निकलते हुए
बदन आँच खाकर पिघलते हुए 
धड़कने लगे दिल के तारों की दुनिया
जो तुम मुस्कुरा दो ।

 [Composer :  N.Dutta, Singer : Lata Mangeshkar,  Mahender Kapoor,,   Producer ; B.R.Chopra, Director : Yash Chopra, Actor : Rajender Kumar, Mala Sinha]

Note : With this movie, Yash Chopra started his career as a Director.
 
 

तेरे प्यार का आसरा चाहता हूँ (धूल का फूल-1959) Tere pyar ka aasra chata hun (Dhool ka Phool-1959)

तेरे प्यार का आसरा चाहता हूँ
वफ़ा कर रहा हूँ, वफ़ा चाहता हूँ |

          हसीनो से अहद--वफ़ा चाहते हो
         
बड़े नासमझ हो, ये क्या चाहते हो |

तेरे नर्म बालों में तारे सजा के
तेरे शोख कदमों में कलियां बिछा के
मोहब्बत का छोटा सा मन्दिर बना के
तुझे रात दिन पूजना चाहता हूँ |

        
ज़रा सोच लो दिल लगाने से पहले
        
कि खोना भी पड़ता है पाने के पहले
        
इजाज़त तो ले लो ज़माने से पहले
        
कि तुम हुस्न को पूजना चाहते हो 
        बड़े नासमझ हो, ये क्या चाहते हो |

कहाँ तक जियें तेरी उल्फ़त के मारे
गुज़रती नहीं ज़िन्दगी बिन सहारे
बहुत हो चुके दूर रहकर इशारे
तुझे पास से देखना चाहता हूँ |

      
मोहब्बत की दुश्मन है सारी खुदाई
      
मोहब्बत की तक़दीर में है जुदाई
      
जो सुनते नहीं हैं दिलों की दुहाई
     
उन्हीं से मुझे माँगना चाहते हो
      बड़े नासमझ हो, ये क्या चाहते हो |


दुपट्टे के कोने को मुँह में दबा के
ज़रा देख लो इस तरफ़ मुस्कुरा के
मुझी से मुझे छीन लो पास आ के 
कि मैं मौत से खेलना चाहता हूँ ।

      
गलत सारे दावें गलत सारी कसमें
     
निभेंगी यहाँ कैसे उल्फ़त कि रस्में
      
यहाँ ज़िन्दगी है रिवाज़ों के बस में
     
रिवाज़ों को तुम तोड़ना चाहते हो 
      बड़े नासमझ हो, ये क्या चाहते हो | 

रिवाज़ों की परवाह ना रस्मों का डर है
तेरी आँख के फ़ैसले पे नज़र है
बला से अगर रास्ता पुर्खतर है
मैं इस हाथ को थामना चाहता हूँ ।


[Composer :  N.Dutta,  Singer : Lata Mangeshkar,  Mahender Kapoor,  Producer ; B.R.Chopra,  Director : Yash Chopra, Actor : Rajender Kumar, Mala Sinha]

Note : With this movie, Yash Chopra started his career as a Director.