December 31, 2013

फिर ना कीजै मेरी गुस्ताख़ निगाहों का गिला (फिर सुबह होगी - 1958) Phir na kije meri gustakh nigahi ka gila (Phir Subah Hogi-1958)

फिर ना कीजै मेरी गुस्ताख़ निगाहों का गिला
देखिये आप ने फिर प्यार से देखा मुझको |
        
मैं कहाँ तक ना निगाहों को पलटने देती
        आप के दिल ने कई बार पुकारा मुझको |

इस कदर प्यार से देखो ना हमारी ज़ानिब
दिल अगर और मचल जाये तो मुश्किल होगी
        तुम जहाँ मेरी तरफ़ देख के रुक जाओगे
        वही मंजिल मेरी तक़दीर की मंजिल होगी |

एक यूँ ही सी नजर दिल को जो छू लेती है
कितने अरमान जगाती है तुम्हे क्या मालूम
        रूह बेचैन है कदमों से लिपटने के लिये
        तुमको हर साँस बुलाती है तुम्हे क्या मालूम |

हर नज़र आपकी जज्बात को उकसाती है
मैं अगर हाथ पकड़ लूं तो खफ़ा मत होना
        मेरी दुनिया--मोहब्बत है तुम्हारे दम से
        मेरी दुनिया--मोहब्बत से जुदा मत होना |
देखिये आप ने फिर प्यार से देखा मुझको
आप के दिल ने कई बार पुकारा मुझको । 

[Composer : Khayyam;  Singer : Mukesh, Asha Bhonsle,  Producer : Parijat Pictures;  Director: Ramesh Saigal;  Artist : Raj Kapoor, Mala Sinha ]
 

अब वो करम करें के सितम (मैरीन ड्राइव -1955) Ab woh karam karen karen ki sitam (Marine Drive -1955)

अब वो करम करें के सितम मैं नशे में हूँ
मुझको न कोई होश न ग़म मैं नशे में हूँ |

सीने से बोझ उनके ग़मों का उतार के
आया हूँ आज अपनी जवानी को हार के,
कहते हैं डगमगाते क़दम मैं नशे में हूँ
मुझको न कोई होश न ग़म मैं नशे में हूँ |

वो बेवफ़ा हैं अब भी ये दिल मानता नहीं
कम्बख़्त नासमझ है उन्हें जानता नहीं,
मैं आज तोड़ दूंगा भरम मैं नशे में हूँ
मुझको न कोई होश न ग़म मैं नशे में हूँ |

फ़ुरसत नहीं है रोने-रुलाने के वास्ते
आए न उनकी याद सताने के वास्ते,
इस वक़्त दिल का दर्द है कम मैं नशे में हूँ
मुझको न कोई होश न ग़म मैं नशे में हूँ |

[Composer : N.Dutta, Singer : Md.Rafi, Producer : Sippy Films, Director : G.P.Sippy, Actor :  Ajit ]

कहना इक दीवाना तेरी याद में (लैला-मजनूं -1976) Kahna ik deewana teri yaad me (Laila Majnu-1976)

कहना इक दीवाना तेरी याद में आहें भरता है
लिख कर तेरा नाम ज़मीं पर उसको सजदे करता है |

चाक गिरेबाँ,  खाक़ बसर, फिरता है सूनी राहों में
सायों को लिपटाता है और लैला लैला करता है |

तेरी एक झलक की खातिर जान आँखों में अटकी है
जी का ऐसा हाल हुआ है, जीता है न मरता है |

ख़ुद को भूल गया है लेकिन तेरी याद नहीं भूला
दिल के जितने ज़ख़्म हैं, उनमें तेरा ही अक़्स उभरता है |

    कहना मेरे दीवाने से लैला तेरी अमानत है
    तेरी बाहों में दम देगी तू जिसका दम भरता है |

सदके जाऊँ इस क़ासिद पर जिससे ये पैग़ाम मिला
मेरा क़ातिल, मेरा मसीहा, अब भी मुझ पर मरता है |


[Composer : Jaidev, Singer : Md.Rafi, Lata Mangeshkar, Producer : Seeru Daryani, Director : H.S.Rawail]
 

शरमा के यूँ न देख अदा के मक़ाम से (नीलकमल -1968) Sharma ke yun na dekh ada ke makam se (Neelkamal -1968)

शरमा के यूँ देख अदा के मक़ाम से
अब बात बढ़ चुकी है या के मक़ाम से |

तस्वीर खींच ली है तेरे शोख़ हुस्न की
मेरी नज़र ने आज ख़ता के मक़ाम से |

दुनिया को भूल कर मेरी बाँहों में झूल जा
आवाज़ दे रहा हूँ वफ़ा के मक़ाम से |

दिल के मुआमले में नतीज़े की फ़िक़्र क्या
आगे है इश्क़ ज़ुर्म--सज़ा के मक़ाम से |

[Music : Ravi,  Singer : Md. Rafi,  Producer : Pannalal Maheshwary,  Director : Ram Maheshwary, Actor :Rajkumar, Wahida Rehman]
 

यूँ ही दिल ने चाहा था रोना रुलाना (दिल ही तो है -1963) Yun hi di ne chaha tha rona rulana (Dil hi to hai -1963)

यूँ ही दिल ने चाहा था रोना रुलाना
तेरी याद तो बन गई इक बहाना |

हमें भी नहीं इल्म, हम जिस पे रोए
वो बीती रुतें हैं के आता ज़माना |

ग़म--दिल है और ग़म--ज़िंदगी भी
इसका ठिकाना, उसका ठिकाना |

कोई किसपे तड़पे, कोई किसपे रोए
इधर दिल जला है, उधर आशियाना |


[Composer : Roshan, Singer : Suman Kalyanpur, Producer : B.L.Rawal, Director : C.L.Rawal, P.L.Santoshi, Actor : Raj Kapoor, Nutan]
 

तुम्हारी मस्त नज़र, गर इधर नहीं होती (दिल ही तो है -1963) Tumhari mast nazar, gar idhar nahin hoti (Dil hi to hai -1963)

तुम्हारी मस्त नज़र, गर इधर नहीं होती
नशे में चूर फ़िज़ा इस क़दर नहीं होती |

           तुम्हीं को देखने की दिल में आरज़ूएं हैं
           तुम्हारे आगे ही ऊँची नज़र नहीं होती |

ख़फ़ा होना अगर बढ़ के थाम लूँ दामन
ये दिल फ़रेब ख़ता जान कर नहीं होती |

           तुम्हारे आने तलक हमको होश रहता है
           फिर सके बाद हमें कुछ खबर नहीं होती |

[Composer : Roshan, Singer : Mukesh, Suman Kalyanpur, Producer : B.L.Rawal, Director : C.L.Rawal, P.L.Santoshi, Actor : Raj Kapoor, Nutan]


तंग आ चुके हैं कशमकश-ए-ज़िन्दगी से हम (प्यासा- 1957) Tang aa chuke hain kashmash-e-jindagi se hum (Pyaasa- 1957)

तंग आ चुके हैं कशमकश--ज़िन्दगी से हम
ठुकरा ना दें जहां को कहीं बेदिली से हम |

हम ग़म-ज़दा हैं लायें कहाँ से ख़ुशी के गीत
देंगे वही जो पायेंगे इस ज़िन्दगी से हम |

उभरेंगे एक बार अभी दिल के वलवले 
माना के दब गये हैं ग़म--ज़िन्दगी से हम  |

 लो आज हमने तोड़ दिया रिश्ता--उम्मीद 
   लो अब कभी गिला न करेंगे किसी से हम  |

[Composer : S.D.Burman;  Singer : Md. Rafi Producer/Director : Guru Dutt;   Actor : Guru Dutt]

तेरी दुनिया में जीने से (हॉउस न. 44- 1955 ) Teri duniya me jeene se (House no. 44 - 1955)

तेरी दुनिया में जीने से तो बेहतर है कि मर जाएं
वही आँसू, वही आहें, वही ग़म हैं जिधर जाएं |

कोई तो ऐसा घर होता जहाँ से प्यार मिल जाता
वो ही बेगाने चेहरे हैं, जहाँ पहुँचे जिधर जाएं |

अरे ओ आसमाँ वाले बता इसमें बुरा क्या है
खुशी के चार झोंके गर इधर से भी गुज़र जाएं |

[Composer : S.D.Burman, Singer : Hement Kumar, Artist : Dev Anand]
 

बोल न बोल ऐ जानेवाले (अरमान -1953) Bol na bol ai janewale (Armaan -1953)

बोल न बोल ऐ जानेवाले, सुन तो ले दीवानों की
अब नहीं देखी जाती हमसे ये हालत अरमानों की |

हुस्न के खिलते फूल हमेशा बेदर्दों के हाथ बिके
और चाहत के मतवालों को धूल मिली वीरानों की |

दिल के नाज़ुक जज़्बों पर भी राज है सोने चाँदी का
ये दुनिया क्या क़ीमत देगी सादादिल इन्सानों की |
[Composer :  S.D.Burman,  Singer : Talat Mahmood, Asha Bhonsle  Producer : F.Tech of India, Director : Fali Mistry]

ख़ामोश क्यों हो तारो, उम्मीद के सहारो (अलिफ़ लैला-1953) Khamosh kyon ho taron, Ummed ke saharon le (Alif Laila-1953)

ख़ामोश क्यों हो तारो, उम्मीद के सहारो
तुम ही उन्हें बुलाओ, तुम ही उन्हें पुकारो |

      वीरान दिल की धड़कन आवाज़ दे रही है
      तुम सामने तो आओ, पर्दानशीं बहारो |

सचमुच मेरी दुआयें, क्या तुमको खींच लाईं
मेरे क़रीब आकर इक बार फिर पुकारो |

       बेचैन आरज़ूएं कब से तरस रही हैं
       तुम दूर दूर क्यूँ हो, उल्फ़त की यादगारो |

बहार आई, खिली कलियाँ (अलिफ़ लैला-1953) Bahar aayi, khili kaliyan (Alif Laila-1953)

बहार आई, खिली कलियाँ, हँसे तारे, चले आओ
हमें जीने नहीं देते ये नज़ारे, चले आओ |

ज़ुबाँ पर आह बन-बन के तुम्हारा नाम आता है
मुहब्बत में तुम्हीं जीते हमीं हारे चले आओ |

कहीं ऐसा न हो दिल की लगी दिल ही को ले डूबे
बुझाए से नहीं बुझते ये अंगारे चले आओ |

फिर ना कीजै मेरी गुस्ताख़ निगाहों का गिला (फिर सुबह होगी-1958) Phir na keeje meri gustakh nigahi kagila (Phir Subah hogi-1958)

फिर ना कीजै मेरी गुस्ताख़ निगाहों का गिला
देखिये आप ने फिर प्यार से देखा मुझको |
          
मैं कहाँ तक ना निगाहों को पलटने देती
     आप के दिल ने कई बार पुकारा मुझको |

 
इस कदर प्यार से देखो ना हमारी ज़ानिब 
दिल अगर और मचल जाये तो मुश्किल होगी
        तुम जहाँ मेरी तरफ़ देख के रुक जाओगे
        वही मंजिल मेरी तक़दीर की मंजिल होगी |


एक यूँ ही सी नजर दिल को जो छू लेती है
कितने अरमान जगाती है तुम्हे क्या मालूम
        रूह बेचैन है कदमों से लिपटने के लिये
        तुमको हर साँस बुलाती है तुम्हे क्या मालूम |

हर नज़र आपकी जज्बात को उकसाती है
मैं अगर हाथ पकड़ लूं तो खफ़ा मत होना
       मेरी दुनिया--मोहब्बत है तुम्हारे दम से
       मेरी दुनिया--मोहब्बत से जुदा मत होना |
देखिये आप ने फिर प्यार से देखा मुझको
आप के दिल ने कई बार पुकारा मुझको

मैंने चाँद और सितारों की तमन्ना की थी (चंद्रकांता -1956) Maine chand aur sitaron ki tammana ki thi (Chandrakanta -1956)

मैंने चाँद और सितारों की तमन्ना की थी
मुझको रातों की सियाही के सिवा कुछ न मिला  |

मैं वो नग़मा हूँ जिसे प्यार की महफ़िल न मिली
वो मुसाफ़िर हूँ जिसे कोई भी मन्ज़िल न मिली
ज़ख्म पाएं हैं बहारों की तमन्ना की थी
मैंने चाँद और सितारों की तमन्ना की थी |

किसी गेसू किसी आँचल का सहारा भी नहीं
रास्ते में कोई धुँधला सा सितारा भी नहीं
मेरी नज़रों ने नज़ारों की तमन्ना की थी
मैंने चाँद और सितारों की तमन्ना की थी |

मेरी राहों से जुदा हो गयी राहें उनकी 
आज बदली नज़र आती हैं निगाहें उनकी
जिनसे इस दिल ने सहारों की तमन्ना की थी  
मैंने चाँद और सितारों की तमन्ना की थी |

प्यार माँगा तो सिसकते हुए अरमान मिले 
चैन चाहा तो उमड़ते हुए तूफ़ान मिले 
डूबते दिल ने किनारों की तम्मना की थी 
मैंने चाँद और सितारों की तमन्ना की थी |

दिल में नाकाम उम्मीदों के बसेरे पाये
रोशनी लेने को निकला तो अंधेरे पाये,
रंग और नूर के धारों की तमन्ना की थी
मैंने चाँद और सितारों की तमन्ना की थी |

किस को खबर थी किस को यक़ीं था, (देवदास -1955) Kis ko khabar thi kisko yakin tha (Devdas-1953)

किस को खबर थी किस को यक़ीं थाऐसे भी दिन आयेंगे
जीना भी मुश्किल होगा और मरने भी न पायेंगे |

हम जैसे बर्बाद दिलों काजीना क्या और मरना क्या
आज तेरी महफ़िल से उठेकल दुनिया से उठ जायेंगे । 

ये बेबसी, ये मेरा हाल-ए-ज़ार देख तो ले (अलिफ़ लैला-1953) Ye bebasi, ye mera hal-e-zaar dekh to le (Alif Laila-1953)

ये बेबसी, ये मेरा हाल-ए-ज़ार देख तो ले 
खड़ा हूँ देर से उम्मीदवार देख तो ले । 

ख़िज़ा ने लूट लिया दिल की आरज़ू का चमन
कहां है ऐ मेरी खोई बहार देख तो ले |

बसी रहे तेरे महलों की चारदीवारी
न आ सके तो न आ एक बार देख तो ले |

सहर क़रीब है और शमा बुझनेवाली है
तड़प है तेरा बेक़रार, देख तो ले |

December 30, 2013

मायूस तो हूँ वादे से तेरे (बरसात की रात -1960) Mayoos to hun vade se tere (Barsaat ki Raat-1960)

मायूस तो हूँ वादे से तेरे, कुछ आस नहीं कुछ आस भी है
मैं अपने ख़्यालों के सदके, तू पास नहीं और पास भी है |

हमने तो ख़ुशी माँगी थी मगर, जो तूने दिया अच्छा ही दिया
जिस ग़म को तअल्लुक हो तुझसे, वो रास नहीं और रास भी है |

पलकों पे लरजते अश्क़ों में, तस्वीर झलकती है तेरी 
दीदार की प्यासी आँखों को, अब प्यास नहीं और प्यास भी है |

[Composer : Roshan;  Singer, Md. Rafi, Production House : Shri Vishwabharthi Films;   Director : P.L.Santoshi;  Actor : Bharat Bhushan, Madhu Bala]