January 03, 2012

जागेगा इंसान ज़माना देखेगा (आदमी और इंसान -1969) Jaagega Insaan Zamaana Dekhega (Aadmi aur Insaan-1969)

जागेगा इंसान ज़माना देखेगा
उठेगा तूफ़ान ज़माना देखेगा

बहता चलेगा मीलों नहरों का पानी
झूमेगी खेती जैसे झूमे जवानी
चमकेगा देश हमारा मेरे साथी रे
आँखों में कल का नज़ारा मेरे साथी रे
नवयुग का वरदान ज़माना देखेगा |

फिरते थे मुल्को मुल्को झोली पसारे
अब से जियेंगे हम भी अपने सहारे
चमकेगा देश हमारा मेरे साथी रे
आँखों में कल का नज़ारा मेरे साथी रे
भरे हुए खलिहान ज़माना देखेगा |

फूटेगा मोती बनके अपना पसीना
दुनिया की कौमे हमसे सीखेगी जीना
चमकेगा देश हमारा मेरे साथी रे
आँखों में कल का नज़ारा मेरे साथी रे
कल का हिंदुस्तान ज़माना देखेगा
जागेगा इंसान ज़माना देखेगा |


(Composer: Ravi;   Singer : Mahender Kapoor;   Producer: B.R.Chopra,  Director : Yash Chopra;  Actor:  Dharmendra, Mumtaaz]



तोरा मन दर्पण कहलाये (काजल-1965) Tora Mann Darpan Kehlaye (Kaajal-1965)

प्राणी अपने प्रभु से पूछे किस विधि पाऊँ तोहे
प्रभु कहे तु मन को पा ले, पा जयेगा मोहे

तोरा मन दर्पण कहलाये
भले बुरे सारे कर्मों को, देखे और दिखाये
तोरा मन दर्पण कहलाये

मन ही देवता, मन ही ईश्वर, मन से बड़ा न कोय
मन उजियारा जब जब फैले, जग उजियारा होय
इस उजले दर्पण पे प्राणी, धूल न जमने पाये

सुख की कलियाँ, दुख के कांटे, मन सबका आधार
मन से कोई बात छुपे ना, मन के नैन हज़ार
जग से चाहे भाग लो कोई, मन से भाग न पाये

तन की दौलत ढलती छाया मन का धन अनमोल
तन के कारण मन के धन को मत माटी में रौंद
मन की क़दर भुलानेवाला हीरा जनम गवाये

[Singer : Lata Mangeshkar; Composer : Ravi, Production : Kalpanalok;  Direction :Ram  Maheshwary, Actor : Meena Kumari]




ज़िन्दगी तंग है (चंद्रकांता -1956) Zindagi Tang Hai (Chandrakanta - 1956)

ज़िन्दगी तंग है, ज़िन्दगी तंग है
मेरे शेरो उठो, ए दलेरो उठो, धर्म की जंग है,
ज़िन्दगी तंग है, ज़िन्दगी तंग है |

बुजदिलों  की तरह  हम बहुत जी लिए
खून के घूँट हमने बहुत पी लिए
जो न होना था वो जुल्म भी हो चुका
अपनी धरती पे आकाश भी रो चुका
मेरे शेरो उठो, ए दलेरो उठो, धर्म की जंग है,
ज़िन्दगी तंग है, ज़िन्दगी तंग है ।

अपनी तलवार फिर से संभालो ज़रा
अपने नेजों को  फिर से उठालो ज़रा
किसकी हिम्मत है जो आज रोके हमें
किस्म में  जुर्रत है आज जो टोके हमें 
मेरे शेरो उठो, ए दलेरो उठो, धर्म की जंग है,
ज़िन्दगी तंग है, ज़िन्दगी तंग है ।

हम अकेले नहीं, काफिले साथ है
हिम्मते साथ है हौसले साथ है
धरती माता के दिल की दुआ साथ है
अपने भगवान् का आसरा साथ है
मेरे शेरो उठो, ए दलेरो उठो, धर्म की जंग है,
ज़िन्दगी तंग है, ज़िन्दगी तंग है ।

तुमको तुम सब के भगवान् की है कसम
देवताओ के अपमान की है कसम
राजमहलो से अपरों  से नींद छीन लो
मौत के हाथ से ज़िन्दगी छीन लो
मेरे शेरो उठो, ए दलेरो उठो, धर्म की जंग है,
ज़िन्दगी तंग है, ज़िन्दगी तंग है

नन्ही लाशों से बहते लहू की कसम
कुंवारी अबलाओं की आबरू की कसम
माँओ बहनों की बेचारगी की कसम
तुमको तुम सब की मर्दानगी की कसम
जो भी होना है आज वो हो कर रहे
ख़त्म अन्याय का राज हो कर रहे
मेरे शेरो उठो, ए दलेरो उठो, धर्म की जंग है,
ज़िन्दगी तंग है, ज़िन्दगी तंग है ।

लानत  है उस माता कर जो कायर पूत जने
लानत उस पत्नी पर जिसका पति गुलाम बने
लानत उस तलवार पर जो न पाप के सर पे तने
लाखो अबलाओ की लाज खतरे में है
लाखो बहनों का मान आज खतरे में है
द्रौपदी दे रही है दुहाई उठो
आज सीता है दुःख की सताई उठो
भीम अर्जुन के सच्चे सपूतो उठो
घोर  कलयुग में सतयुग के दूतो उठो
कंस का राज जग से मिटाने चलो
आज रावन की लंका जलने चलो
आज रावन की लंका जलने चलो  ।

[Music : N.Dutta, Singer : Md. Rafi, Asha Bhonsle]