January 26, 2018

एक थी लड़की मेरी सहेली (गुमराह – 1963) Ek thi ladki meri saheli (Gumrah – 1963)

एक थी लड़की मेरी सहेली
साथ पली और साथ थी खेली 
फूलो जैसे गाल थे उसके
रेशम जैसे बाल थे उसके 
हंसती थी और गाती थी वो
सबके मन को भाती थी वो 
झालरदार स्कर्ट पहन के
जब चलती थी वो बन-ठन के
हम उसको गुड़िया कहते थे
रंगों की पुड़िया कहते थे 
सारे स्कूल की प्यारी थी वो
नन्ही राजकुमारी थी वो 

इक दिन उसने  भोलेपन से,
पूछा ये पापा से जा के   
अब मैं खुश रहती हूं जैसे
सदा ही क्या खुश रहूंगी ऐसे ?
पापा बोले - मेरी बच्ची
बात बताऊं तुझको सच्ची 
कल की बात न कोई जाने
कहते है ये सभी सयाने  
ये मत सोचो कल क्या होगा
जो भी होगा अच्छा होगा 

बचपन बीता आई जवानी
लड़की बन गई रूप की रानी
कालेज में इठलाती फिरती 
बलखाती लहराती फिरती|
इक सुंदर चंचल लड़के ने
छुप-छुपकर चुपके चुपके से
लड़की की तस्वीर बनाई 
और ये कहकर उसे दिखाई -
इस पर अपना नाम तो लिख दो
छोटा सा पैगाम तो लिख दो 
लडकी पहले तो शरमाई
फिर मन ही मन में मुस्काई 
बोली इक तस्वीर तुम्हारी
मैंने भी है दिल में उतारी
बोलो इस पर नाम लिखोगे
तुम भी कुछ पैगाम लिखोगे
लड़का बोला – नाम भी इक है
अब अपना पैगाम भी इक है
अब वो दोनों गाते फिरते
मस्ती में लहराते फिरते

इक दिन उसने भोलेपन से
पूछा ये अपने साजन से 
अब मैं खुश रहती हूं जैसे
सदा ही क्या खुश रहूंगी ऐसे

उसने कहा कि मेरी रानी
इतनी बात है मैंने जानी
कल की बात न कोई जाने
कहते है ये सभी सयाने 
ये मत सोचो कल क्या होगा
जो भी होगा अच्छा होगा 

[Composer : Ravi;  Singer : Asha Bhonsle,  Producer/Director : B.R.Chopra;  Actor :  Mala Sinha] 

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