May 21, 2014

कहीं क़रार न हो और कहीं ख़ुशी न मिले (चांदी की दीवार -1964) Kahin karar na ho aur kahin khushi na mile (Chandi ki Deewar- 1964)

कहीं क़रार न हो और कहीं ख़ुशी न मिले
हमारे बाद किसी को ये ज़िन्दगी न मिले |

सियाह-नसीब कोई उनसे बढ़ के क्या होगा
जो अपना घर भी जला दें तो रोशनी न मिले |

यही सुलूक है गर आदमी से दुनिया का
तो कुछ अजब नहीं दुनिया में आदमी न मिले |

ये बेबसी भी किसी बद्दुआ से कम तो नहीं
के खुल के जी ना सके और मौत भी न मिले |

[Composer : N.Dutta, Singer: Md.Rafi, Producer : B.R.Chopra, Director: Dilip Bose ]
 

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