कहीं क़रार न हो और कहीं ख़ुशी
न मिले
हमारे बाद किसी को ये ज़िन्दगी न मिले |
सियाह-नसीब कोई उनसे बढ़ के क्या होगा
जो अपना घर भी जला दें तो रोशनी न मिले |
यही सुलूक है गर आदमी से दुनिया का
तो कुछ अजब नहीं दुनिया में आदमी न मिले |
ये बेबसी भी किसी बद्दुआ से कम तो नहीं
के खुल के जी ना सके और मौत भी न मिले |
हमारे बाद किसी को ये ज़िन्दगी न मिले |
सियाह-नसीब कोई उनसे बढ़ के क्या होगा
जो अपना घर भी जला दें तो रोशनी न मिले |
यही सुलूक है गर आदमी से दुनिया का
तो कुछ अजब नहीं दुनिया में आदमी न मिले |
ये बेबसी भी किसी बद्दुआ से कम तो नहीं
के खुल के जी ना सके और मौत भी न मिले |
[Composer : N.Dutta, Singer: Md.Rafi, Producer : B.R.Chopra, Director:
Dilip Bose ]
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